छुरा – आई एस बी एम विश्वविद्यालय (नवापारा) कोसमी छुरा जिला-गरियाबंद में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जलाकर किया गया। खिलेश्वरी ध्रुव, कामिनी नागेश एवं तुलसी ठाकुर ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किए। आकाश जैन ने भाषा को भावना व्यक्त करने का माध्यम बताया, पोषण ध्रुव ने कहा कि सभी मातृभाषा स्वयं में श्रेष्ठ है। यामिनी टाण्ढे ने कहा कि जन्म से जो भाषा प्रयोग करते हैं वहीं मातृभाषा है, देवदामिनी ध्रुव ने बताया कि मातृभाषा में अपनत्व का भाव होता है। महेंद्र यादव ने बताया कि भारत विविधताओं का देश है जहां सैकड़ों मातृभाषा का प्रयोग किया जाता है। विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव प्रो टी जे मधुसूदन ने सभी को प्रेरित किया कि अपने अपने मातृभाषा से प्रेम करें व अधिक से अधिक प्रयोग करें। डॉ पीयूष मेहता डीन विश्वविद्यालय ने कहा कि मातृभाषा प्रेम की अभिव्यक्ति का माध्यम है। प्रो भूपेंद्र कुमार साहू राजनीति विज्ञान विभाग ने बांग्लादेश के नागरिकों द्वारा बंगला मातृभाषा के लिए किए गए आंदोलन और सहादत को याद करते हुए अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा के पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। श्रीमती ममता देवांगन भूगोल विभाग ने सभी से अनुरोध किया कि स्वयं की मातृभाषा के प्रति हिन भाव न रखें। कार्यक्रम का संचालन प्रो डायमंड साहू हिंदी विभाग ने किया तथा प्रो गोकुल प्रसाद साहू प्राणी विज्ञान विभाग ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्राध्यापक सुप्रिया चंद्राकर, विमला सोना, रोमीबाला, भूपेश पात्र, हेमंत कुमार एवं श्रीमती पियाली चटर्जी विधि विभाग उपस्थित थे।